आखिर क्या है 'कोरोना वायरस'(covid-19) का काला सच...
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बड़ी पोस्ट है पर पढ़ेंगे तो आपको सारा खेल समझ आ जायेगा ।
देश भर में फेल रही जूठी अफवाहो से पर्दाफास करने के लिए आज हम आपको बतायेंगे की आखिर क्या है 'कोरोना वाइरस'(covid-19) का काला सच...
इस सच को जानने के बाद आपका इंसानियत से विश्वास ही उठ जाएगा...
आप हेरत में पड़ेंगे ये जानकर की कोरोना वायरस का जानबुजकर बड़ा चढाकर हव्वा बनाया जा रहा है...कोई कह रहा है की ये वायरस चमगादडो का सूप पिने से फेला है तो कोई कह रहा है सांप का सूप पिने से इस वायरस की शुरुआत हुई है...आखिर मांजरा है क्या ?
चीन में फैले इस वायरस ने सबकी नाक में दम कर रखा है....ढेरो वीडियोस youtube पर अपलोड किये जा चुके है...
लेकिन कोरोना वायरस का खोफ अभी भी जारी है...दोस्तों जबतक आप वायरस क्या है,ये किस तरह हमारे शरीर में प्रवेश करते है और किस तरह से इन्हें खतम किया जा सकता है ये नही जान लेते तब तक आप हर बार अपनी ना समजी की वजह से वायरस का प्रोपोगेंडा फेलाने वाले मसीहाओ के जाल में ऐसे ही फसते रहगें|
आखिर क्यों हर दो-पांच साल के भीतर एक नया वायरस आ जाता है|
और क्यों उसका इतना बड़ा हव्वा बनाया जाता है....कोरोना वायरस के आलावा हार्ट अटेक से हर साल 3 करोड़ लोग मारे जाते है केंसर से हर साल 8,800,000 अठासी लाख लोग मारे जाते है और निमोनिया से हर साल 20 लाख से ज्यादा बच्चे मारे जाते है....तो ये एक चिंता का विषय होना चाहिए कोरोना वायरस से तो अब तक कुल 600 के आसपास मोते हुई है ये कोई बड़ा आंकड़ा नही है...
जिन बीमारियों से लोगो को सचमुच बचाना चाहिए उन पर तो कोई बात ही नही कर रहा| और हव्वा बनाया जा रहां है कोरोना वायरस को
तो क्या हमे एक नजर इनपर नही डालनी चाहिए अगर आप अपने परिवार और खुद को इस जाल में फसने से बचाना चाहते हो
तो आपको थोडा सतर्क होकर इस खेल को समझना होगा|
आप इस बात को हमेशा याद रखिये की इस दुनिया में आजतक ऐसी कोई दवा नही बनी है और ना कभी बनेगी जो वायरस को ख़तम कर सके जितनी भी एंटीबायोटीक दवाये जो आप वायरस को खतम करने के लिए खाते है असल में वे बेक्टीरिया को नष्ट करती है ना की वायरस को ...अब इसको और सरल तरिके से समजने के लिए आपको वायरस को समजना होगा की
आखिर ये वायरस क्या चीज है...
दोस्तों वायरस एक बहुत ही छोटा अकोशिकीय जीव हैऔर 4 लाख से भी अधिक की तादात में ये इस धरती पर कई वर्षो से सुशुप्तावस्था में मोजूद है ये वायरस जैसे ही शरीर में मोजूद कोशिकाओं में पहुचता है तो ये जाग उठता है...और जागने के बाद अपने वंश की वृद्धि करना शुरू कर देता है ध्यान दीजिये दोस्तों शरीर के बाहर ये वायरस मृत-समान होते हैं परंतु शरीर के अंदर ये जीवित हो जाते हैं...
यह वाइरस एक पोधे के बीज की तरह अकोशिकीय सूक्षम जीव है जिस तरह एक बीज बिना हवा,पानी, बिना मिटटी, के हज़ारो सालो तक सुरक्षित पड़ा रह सकता है ठीक उसी तरह एक वायरस को अगर कोई जीवित कोशिका नही मिले तो वह कई सालो तक सुशुप्तावस्था में पड़ा रह सकता है... जैसे ही वायरस को एक जीवित कोशिका मिलती है वह जीवित हो उठता है और अपने वंश को बढ़ाने लगता है...
अब आपके मन में ये सवाल उठा रहा होगाकी आखिर ये वायरस मरता कैसे है या इसको हम किस तरह से अपने शरीर से बाहर कर सकते है ...ये तो आपको पता चल ही गया की कोई भी एंटीबायोटिक दवाये वायरस को खत्म नही कर सकती...पर इस वायरस को खत्म करने के लिए हमारे शरीर में मोजूद इम्यून पॉवर...रोग प्रतिरोधक क्षमता जिसे हम कहते है वो इसको खतम करने की पूरी ताकत रखता है...और ये इम्यून पॉवर लगातार बेक्टिरिया और वायरसो से लड़ता रहता है....ताकि हम जीवित रह सके....आपको पता होना चाहिए जब किसी व्यक्ति की मोत हो जाती है ...तो उसका शरीर धीरे धीरे सड़ने लगता है....क्योकि हमारी सुरक्षा प्रणाली(इम्यून पॉवर) शरीर के साथ ही मर जाता है
इम्यून पॉवर के मरते ही बाहर के वायरस और बेक्टीरिया...शरीर को सडाने लगते है...लेकिन जीवित रहते ऐसा नही होता... क्योकि हमारा इम्यून पॉवर इन सब से लड़ रहा होता है....जिस तरह देश को दुश्मनों से बचाने के लिए एक सेना होती है उसी प्रकार
हमारा शरीर भी एक देश की भांति ही है और इस देश की (इम्यून सिस्टम आर्मी) हर पल तेनात इन अद्रश्य आतंकवादी बेक्टीरिया,वायरसो से लड़ता रहता है...
ये (इम्यून सिस्टम आर्मी) जब बहुत कमजोर हो जाती है...तो ये आतंकवादी वायरस,बेक्टीरिया शरीर रूपी देश में अपना डेरा जमा लेते है और फिर व्यक्ति की मोत हो जाती है...
आप इस बात को याद रखे की जब तक हमारा इम्यून सिस्टम आर्मी मजबूत और बलवान रहेगा तक तब किसी भी आतंकवादी वायरस और बेक्टीरिया की औकात नही की वे आपके शरीर को कुछ नुकसान पंहुचा सके...बस आपको ये समज होनी चाहिए की आपका इम्यून सिस्टम कब कमजोर हो रहा है लोग साधारण बुखार से घबराकर ही एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल करने लग जाते है...जिससे बुरे और अच्छे बेक्टीरिया दोनों मारे जाते है
इससे इम्यून सिस्टम पर बहुत बुरा असर पड़ता है इम्यून सिस्टम जानबुजकर बुखार आने पर शरीर का तापमान बढ़ाता है ताकि वो वायरस को खतम कर सके और यह प्रमाणित हो चूका है की शरीर का टेम्प्रेचर एक डिग्री बढ़ने से वायरस की ग्रोथ 97% तक कम हो जाती है...पर हम तो पेरासिटामोल खाते है ताकि शरीर का तापमान कम हो...तो क्या ऐसे में हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर नही होगा.?
आप ये बात अपने दिमाग से निकाल दे की कोई भी एंटीबायोटिक खाने से हमारा बुखार ठीक हो सकता है बुखार को ये शरीर ही ठीक करता है|एंटीबायोटिक और एंटासिड की गोलिया खाकर हम इम्यून सिस्टम के कार्य में बाधा उत्पन करते है और 3 दिन में ठीक होने वाला बुखार 6 से 7 दिन का समय लगाता है और हम सोचते है की आखिर ये एंटीबायोटिक नही होती में मेरा क्या होता जबकि हमको ये नही पता की हमने कितनी बड़ी समस्या खड़ी कर ली है|
अगली बार हमे बहुत जल्दी बुखार आएगा पर इस बार बुखार तेज सरदर्द , खांसी,गला खराब और छाती में कफ़ के साथ आएगा और ये पहले वाली बुखार का प्रोमोशन है जो हमने एंटीबायोटिक दवाओं को खाकर किया है और ये प्रोमोशन हर बार होता रहता है| और आखिर में एक बड़ी बीमारी के रूप में प्रकट होता है
दोस्तों आपको बस ये समझना है की किसी भी तरह वायरस क्यों न हो वो तीन दिन से ज्यादा हमारे शरीर में नही टिक सकता मतलब इस शरीर में 3 दिन से ज्यादा जिन्दा नही रह सकता वो चाहे
कोरोना,निपाह,जिका,चिकनगुनिया,डेंगू,h1n1,ही क्यों न हो 3 दिन से ज्यादा जिन्दा नही रह सकता पर उसके लिए आपको क्या करना है किस तरह अपने इम्यून पॉवर को बढ़ाना है इसे ध्यान से समजिये
इम्यून पॉवर को बढ़ाने और वायरस को खतम करने के लिए आपको 2 तत्वों की सबसे ज्यादा जरुरत होती है पहला जिंक और दूसरा विटामिन C इनकी सही मात्रा अगर सही समय पर हमारी बॉडी को दी जाए तो कोई भी वायरस कोई भी इन्फेक्शन शरीर में नही फेल सकता आप इस बात से हमेशा सचेत रहे की जब भी flu के simtams आपको अपने शरीर में दिखाई दे|
शरीर का तापमान अचानक बढ़ने लगे,खांसी या गले में खराश होने लगे तब तुरंत उसी दिन से जिंक और विटामिन-C अपनी बॉडी में पहुचाये पर किस माध्यम से पहुचाना है इसकी प्रोपर dite क्या है? इसे अच्छे से जानना आपके लिए बहुत जरुरी है| क्योकि इस dite को जानने के बाद आप किसी भी वायरस को किसी भी बुखार को सिर्फ 3 दिन में अपने शरीर से बाहर कर सकते है
किसी भी तरह का वायरस,बेक्टीरिया हो या किसी भी प्रकार का बुखार सिर्फ 3 दिन से ज्यादा अपने शरीर में नही रुक सकता बस आपको ये पता होना चाहिए की किस तरह हम अपने इम्यून पॉवर को बढ़ा सकते है।
इम्यून पॉवर को बढ़ाने और वायरस को खतम करने के लिए आपको 2 तत्वों की सबसे ज्यादा जरुरत होती है पहला जिंक और दूसरा विटामिन-C। इनकी सही मात्रा अगर सही समय पर हमारी बॉडी को दी जाए तो कोई भी वायरस कोई भी इन्फेक्शन शरीर में नही फेल सकता।
आप इस बात से हमेशा सचेत रहे की जब भी संक्रमण के लक्षण आपको अपने शरीर में दिखाई दे... शरीर का तापमान अचानक बढ़ने लगे,खांसी या गले में खराश होने लगे तब तुरंत उसी दिन से जिंक और विटामिन-C अपने शरीर में पहुचाये,पर किस माध्यम से पहुचाना है इसकी प्रोपर डाईट क्या है? इसे अच्छे से जानना आपके लिए बहुत जरुरी है क्योकि इस डाईट को जानने के बाद आप किसी भी वायरस या किसी भी बुखार को सिर्फ 3 दिन में अपने शरीर से बाहर कर सकते है
यह पोस्ट बहुत महत्वपूर्ण है सभी मित्र इसे संभाल कर रखें।
बुखार कोई भी हो सकता है डेंगू चिकनगुनिया मलेरिया आदि घबराने की जरूरत नही है यह नुस्खा बहुत बार आजमाया हुआ है। छोटे बच्चे जो दवा के नाम से डरते है वो भी इसे कर सकते है।
पहले दिन (First day) – मोसमी, पाइनेपल या संतरे में से किसी भी एक फल का 600 ML जूस ले और 600 ML ही नारियल का ताजा पानी ले।
अब इसको 100ML के हिसाब से 12 हिस्सों में बराबर बाट ले हर घण्टे में आपको एक हिस्सा पीना है।जैसे पहले घण्टे में फ्रूट जूस तो दूसरे घण्टे में नारियल पानी का सेवन करना है इस प्रकार इसका सेवन करने में आपको 12 घण्टे लगेंगे और आप देखगे की आप का बुखार 98 और 100 से ऊपर नही जाएगा…ये पहले दिन के लिए है इसमे आपको किसी भी तरह का कुक फ़ूड नही लेना है इस बात का विशेष ध्यान रहे।
दूसरे दिन (Second day) – अब दूसरे दिन भी आपकी ये ही खुराख रहेगी बस इस बार हम 100ml की जगह 200ml के हिसाब से 6 हिस्सों में इसे बाटेंगे।
यानि 200 ML की प्रत्येक खुराक प्रत्येक घण्टे में लेनी है आपकी यह खुराक 6 घंटे में खत्म हो जाएगी| जैसे ही हमारी 6 घंटे की खुराक पूरी होती है उसके 2 घंटे बाद आपको खीरा एवं टमाटर का सलाद लेना है।जो अलग-अलग लेना है जैसे पहले आपने खीरा लिया तो 1 घंटे बाद आपको टमाटर लेना है आप देखेंगे कि आप का बुख़ार
98 व 99 के आसपास बना रहेगा और आप स्वस्थ महसूस करेंगे।
तीसरे दिन (Third day) – अब आता है तीसरा और आखरी दिन इस बार हम 300 ml के हिसाब से 4 हिस्सों में ही इसे बाटेंगे।
यानि 300ml की प्रतिएक खुराख हर घंटे में लेनी है और ये 4 घंटे में पूरी हो जाएगी इस प्रक्रिया के खत्म होने के बाद आप टमाटर एवं खीरा ले सकते है तीसरे दिन शाम तक तो आप ठीक हो चुके होंगे …शाम को आप हल्का भोजन जैसे दाल,खिचड़ी आदि ले सकते है अब आप अपने आप को स्वस्थ पाएंगे और कोई भी वायरस आपका कुछ भी नही बिगड़ पायेगा। चाहे वो CORONA वायरस ही क्यों ना हो।
चौथे दिन आप चाहे तो अपना टेस्ट कराकर अपनी तस्सली के सकते है,आप वायरस से मुक्त होंगे मित्रो इस जानकारी को Whatsapp पर जरुर शेयर करे ताकि सभी इसका लाभ ले।
महत्वपूर्ण सूचना – फ्रूट जूस व नारियाल पानी ताज़ा लेना है पैकेट वाला असर नही करेगा।साथ ही फ्रूट जूस बनाते समय उसका गुदा अलग ना करे गुदे को साथ ही पिस ले और उसका सेवन करे (धन्यवाद)
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