Heart Attack, Heart Patient

.जान लीजिये हार्ट अटैक (heart attack) का सच नही तो पछताते रहोगे जिन्दगी भर

दोस्तों आजकल के इस दौर में हृदयघात यानि हार्ट अटैक heart attack की समस्या काफी बढ गई है जिससे मरने वालों की संख्या दिनोदिन बढती ही जा रही है।
भारत में हर 33 सेकंड्‌स में एक व्यक्ति की मृत्यु हार्ट अटैक heart attack से हो जाती है और हर साल में लगभग 3 करोड़ लोगों की इस गंभीर बीमारी से मौत हो रही है। हमे समय रहते इस बीमारी के लक्षणों को समझना ही होगा नही तो मरने वालो की संख्या कब 3 करोड़ से 6 करोड़ पहुच जाए इसका कुछ नही कह सकते।
पर सबसे बड़ी हैरान कर देने वाली बात तो ये है कि अभी भी ज्यादातर लोगो को पता ही नही है की हार्ट अटैक क्यों आता है?

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आज हम आपको हार्ट अटैक के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है और हम यकींन के साथ कह सकते हैं कि इस लेख को पढने के बाद अगर कोई भी व्यक्ति इन बातो को अपने जीवन में उतारेगा तो उसको हार्ट अटैक जीवन में कभी भी नही आएगा। क्योंकि यहाँ पर बताई जाने वाली सारी बाते आयुर्वेद के ग्रंथो के आधार पर ही बताई जाएगी। हम पूरी कोशिश करेंगे की आपको हार्ट अटैक के बारे मे सरल से सरल तरीके से बता सके। हार्ट अटैक एक दिल की बीमारी है। ये बीमारी हमारे खून में गंदगी बढ़ने की वजह से होती है जिससे खून गाढ़ा हो जाता है और दिल की नालियों में से निकल नही पाता है। जिसके कारण दिल को खून पम्प करने में अधिक जोर लगाना पड़ता है। जब खून अधिक गाढ़ा हो जाता है तो नसों में ब्लोकेज हो जाती है यानि हार्ट की नसों में खून के थक्के जमने लगते है जिससे दिल पर अधिक दबाव बढ़ने की वजह से वो खून को आगे नही भेज पाता है। इस कारण व्यक्ति के सीने में तेज दर्द होने लगता है और फिर ही हार्ट अटैक आता है। हार्ट अटैक आये हुए व्यक्ति को जब डॉक्टर के पास ले जाया जाता है तो डॉक्टर ऑपरेशन के द्वारा इसका ट्रीटमेंट करते है। उस ऑपरेशन को एंजियोप्लास्टी ऑपरेशन कहते है और जहा पर ब्लोकेज हुआ है वहा पर एक स्प्रिंग जैसा स्टंट डालते है ताकि खून का दौरा वापिस शुरू हो सके। लेकिन आगे की गणित क्या है ये डॉक्टर आपको कभी नही बताता। जिस जगह पर स्टंट डाला गया था उस जगह पर थोड़े दिन बाद उसके आगे और पीछे फिर से ब्लोकेज होना शुरू हो जाती है और फिर व्यक्ति को दोबारा अटैक आता है। लोग इस खेल को समझ नही पाते है और ऐसे ही अपने लाखो रूपए डॉक्टरो के चक्कर लगा लगाकर उड़ा देते है। दोस्तों हम हर बार आपको यह बताते है कि कोई भी रोग हो, उसका उपचार करने से पहले ये जरुर जान ले कि ये रोग मुझे किस कारण हुआ है। डॉक्टर आपको आगे होके नही बताएगा कि ये रोग आपको किस वजह से हुआ है। ये तो आपको सवाल करना है उनसे कि इसके होने की वजह क्या है। दोस्तों इसे थोडा ध्यान से समझिये। हमारा शरीर बहुत ही अद्भुत है और ये हमारी हर तरीके से मदद करता है। पर हम हमारी बॉडी के द्वारा दिए गये संकेतो को समझ नही पाते है या यूँ कहे कि हम अपनी बॉडी को ही नही जान पाते है कि इसे क्या चाहिए। आयुर्वेद में हमेशा स्वस्थ रहने के लिए ये कहा गया है कि अपने शरीर को जान लो और अपने भोजन को पहचान लो। शरीर को जान लो से मतलब अन्दर के बॉडी पार्ट्स को जानना है कि अन्दर उनके क्या क्या कार्य है और वो किस तरह से काम करते है। साथ ही भोजन को पहचान लो से मतलब अपने खाने में देखिये की आप क्या क्या खा रहे है। यानि कभी भी कुछ भी नही खाना है। पर आजकल सब उलट हो रहा है। ना तो लोग भोजन की और देख रहे है और ना ही शरीर की ओर। दोस्तों आपको अपने जीवन में थोडा बदलाव करना होगा तभी आप पूर्ण रूप से स्वस्थ रह पायेंगे। यानि आपको बॉडी के द्वारा दिए जा रहे संकेतो को समझना होगा। हार्ट अटैक के विषय में आयुर्वेद के ग्रन्थ अष्टांग हृदयम में ये कहा गया है कि जब रक्त में अम्लता बढती है तो व्यक्ति को हृदय घात, मधुमेह, लकवा जैसी गंभीर बीमारियां होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। रक्त में अम्लता से तात्पर्य खून में एसिडिटी का बढ़ना और खून में एसिडिटी बढ़ने पर ही हमे इन समस्याओ से गुजरना पड़ता है। दोस्तों हमारी बॉडी हमे संकेत देती है कि आपको यह रोग हो सकता है और वो लक्षणों को प्रकट करती है। जो व्यक्ति इन लक्षणों को समझ लेता है और अपने खानपान में बदलाव करता है तो उस व्यक्ति को कभी भी हार्ट अटैक और अन्य कोई भी रोग नही हो सकता। तो आप भी यहा पर बताये जा रहे लक्षणों को जानिए और हार्ट अटैक को होने ही मत दीजिये। लक्षण कौनसे? जब भी व्यक्ति को हार्ट अटैक आने वाला होता है उसके 20 से 30 दिन पहले ही आपकी बॉडी में कुछ चेंजेस नजर आयेगे। हार्ट अटैक होने का सबसे पहला लक्षण है आपको बिना कुछ किये ही शारीरिक थकान महसूस होगी। ऐसा अगर हो तो समझ जाए की आपको हार्ट अटैक हो सकता है। क्योकि हृदय की धमनिया ख़राब कोलेस्ट्रोल के कारण बंद हो जाती है या फिर सिकुड़ जाती है जिससे दिल पर अधिक दबाव बढ़ जाता है और दिल को खून पम्प करने में अधिक जोर लगाना पड़ता है जिसकी वजह से बिना किसी काम किये ही थकान होना शुरू हो जाती है। इसके अलावा अगर आपको कुछ दिनों से या रुक-रुक के सीने में चुभन या दर्द होता हो तो ये भी हार्ट अटैक का एक लक्षण मन माना जाता है। तो इसे भी आप नजरंदान न करे। दोस्तों हार्ट अटैक की शुरुआत शरीर में अम्ल बढ़ने के कारण होती है। जब जरुरत से ज्यादा अम्ल हमारे शरीर में बनता है तो पेट में जलन, खट्टी डकारे आना, मुह में पानी आना, जी मचलना, बिना वजह के ही पसीना आना जैसे लक्षण दिखाई देते है। जब भी आपको इनमे से कोई भी लक्षण अपने शरीर में दिखाई दे तो तुरंत समझ जाए की कोई न कोई गड़बड़ जरुर है और उसके इलाज की तरफ ध्यान देना शुरू कर दें। ये सब लक्षण दिखाई देने का सबसे बड़ा कारण है भोजन में अम्लीय चीजो का अधिक मात्रा में सेवन करना। खाने की जिन चीजो में अम्ल यानि एसिड अधिक होता है तो वो खून में मिलता ही है और खून को गाढ़ा करता है जिससे ही हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्याओ से गुजरना पड़ता है। अब जान लीजिये कि ऐसी कौन-कौनसी चीजे है जिनसे अम्ल अधिक बनता है? सबसे पहले नम्बर पर है चाय। चाय में केफीन, निकोटिन और टेनिन जैसे 18 से 20 केमिकल होते है जो शरीर में अम्ल तो बढ़ाते ही है साथ ही और भी अन्य समस्याओ को उत्पन करते है। अम्ल को बढ़ाने वाली दुसरी चीज है आयोडीन युक्त नमक। ये शरीर मे अम्ल अधिक बनाता है इसलिए इसका प्रयोग जल्द जल्द से जल्द बंद कर दे। फिर है रिफाइंड आयल। हम इसकी जितनी बुराइया करें उतनी ही कम है। ये रिफाइंड आयल ही है जिसकी वजह से सबसे ज्यादा हार्ट अटैक आते है। इसलिए आप इसे जल्द से जल्द अपने घर से बाहर फेक दे। अगर आप इसके बारे में अधिक जानना चाहते है तो हमने इस विषय भी एक लेख लिखा हुआ है। आप इसे हमारी वेबसाइट पर सर्च करके पढ़ सकते हैं। इसके अलावा तले-भूने पदार्थ, कचोरी, नमकीन, कॉफ़ी, शराब, तंबाकु, डेयरी उत्पाद, मांस, चीनी, मिठाईयां, चाशनी युक्त फल, गर्म दूध आदि के सेवन से शरीर में अम्लता बढ़ती है । दोस्तो ये ही वो चीजे है जिनके इस्तेमाल से हमारे शरीर में अम्ल यानि एसिड अधिक मात्रा में बनता है। अगर आप इन चीजो का सेवन ज्यादा मात्रा में करते है तो इनका सेवन या तो कम कर दे या बिलकुल बंद कर दे। दोस्तों अगले लेख (पोस्ट) में हम जानेगे हार्ट की गंदगी को दूर करने कुछ ऐसे ड्रिक के बारे में जिनके 5 से 7 दिन के इस्तेमाल से ही आपकी ब्लड की सारी एसिडिटी नार्मल हो जायेगी और साथ ही जानेंगे कि भोजन में ऐसी कौन कौनसी चीजो को शामिल करे जिससे कि अम्ल तत्व कम हो सके और जिनको एक बार हार्ट अटैक आ गया है और दोबारा ना आये उसके लिए क्या करना चाहिए। ये भी आपको अगले लेख में बताया जायेगा।

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