जानिए लू (hot wind) लगने के लक्षण और घरेलू और रामबाण उपचार के बारे में।
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लू (hot wind) से बचने के घरेलू उपाय गर्मियों के दिनों में अपने देश के कई शहरों में तापमान इतना ज्यादा हो जाता हैं कि घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता हैं।
इन दिनों दोपहर के समय बाहर बहुत तेज गर्म हवाएं चलती है। इन गर्म हवाओं को ही लू (heat stroke) कहते है। मजबूत इम्युनिटी वाले लोग इन गर्म हवाओं को सहन कर लेते हैं,लेकिन अधिकांश लोग इन हवाओं को सहन नहीं कर पाते हैं।
और इनके संपर्क में आते ही बीमार पड़ जाते हैं। अपने देश में हर साल काफी बड़ी तादात में लोग लू की चपेट में आ जाते हैं।वैसे तो लोग लू तेज गर्मी और धूप से बचने के लिए कई तरह से सतर्क रहते हैं,और इनसे बचने का पूरा प्रयास भी करते हैं।
लेकिन इतनी सावधानी बरतने के बावजूद भी लू लग जाएं या फिर शरीर में गर्मी अधिक बढ़ जाने पर बीमार महसूस करें,तो यह उपाय जरुर आजमाने चाहिए। कोशिश करें की आपका हाथ,मुहँ और सिर पूरी तरह से ढका हो, सूती कपड़ा ही पहने निकलते समय छाता साथ लें जाना न भूलें।
घर में भी कमरे के तापमान को कम रखें और घरों में हवा आती-जाती रहे इसका ख्याल रखें। पानी खूब पीएं, फलों का जूस नींबू पानी का इस्तेमाल करें हरा धनिया भी लूँ से बचाने में फायदेमंद हैं।
अगर लू लग जाएँ तो कच्चे आम का पन्ना बनाकर पीएं यह शरीर को ठंडा रखता हैं। इसके छिलके को हाथ-पैर और चेहरे पर लगाने से बदन का तापमान घटता हैं और जल्द राहत मिलती हैं। गर्मी में छाछ का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए।
यह शरीर में पानी की कमी को दूर करेगी दही को अपने भोजन में शामिल करें। कोशिश करें कि बाहर निकलते समय ठंडी चीजों का सेवन करके निकले।जैसे ठंडा दही या ठंडी लस्सी और बेल का शरबत भी काफी फायदेमंद हैं
इसमें विटामिन और खनिज की कमी को भी पूरा करने की शक्ति हैं और शरीर में शक्ति भी पहुचायेगा। इमली और पुदीने का पानी भी लू से बचाने का बेहतरीन उपाय हैं।
लू लगना क्या हैं? लू लगना आतप ज्वर उष्मा-मूर्छा (हिट स्ट्रोक या सन स्ट्रोक) शरीर की वह रुग्ण अवस्था हैं जिसमें गर्मी के कारण शरीर का तापमान 40.0 डिग्री फारेनहाइट) के पास पहुंच जाता हैं।
और मन में उलझन की स्थिति रहती हैं। इसके अन्य लक्षण ये हैं- लाल, शुष्क त्वचा, सिरदर्द, चक्कर आना आदि। लू क्यों चलती हैं? गर्मियों के मौसम में शुष्क और गर्म हवाओं को लू कहते हैं।
मई या जून के मौसम में जब हवा उत्तर-पूर्व तथा पश्चिम से पूरब दिशा से आती हैं तो वो काफी गर्म होती है। यह इतनी खतरनाक होती हैं कि इससे लोगों की जान भी जा सकती हैं, लूँ लगने का मुख्य कारण हैं शरीर पानी और नमक की कमी।
लू लगने के लक्षण और इससे क्या खतरा हें - बाहरी तापमान और गर्म हवा की वजह से शरीर ठंडा नहीं हो पाता और शरीर का तापमान 106 डिग्री फेरनहाइट या इससे भी ज्यादा हो जाता हैं।
सबसे पहले लू लगने पर तेज बुखार और उल्टी बेहोशी चक्कर आना मांसपेशियों में ऐठन होना शारीरिक रूप से कमजोर लोग,छोटे बच्चों और ह्रदय रोगी को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
अगर लू लगने के कोई भी लक्षण सामने आएँ तो तुरंत लूँ को निकालने के लिए घरेलू उपाय जरुर करें। अगर घरेलू उपाय से फायदा नहीं मिले तो डॉक्टर की सलाह जरुर लें। क्योंकि इससे मृत्यु या स्थायी विकलांगता भी हो सकती हैं।
लू उतारने के घरेलू उपाय - लू उतारने के लिए एक कांसे का बर्तन लें उसमें कम से कम एक कप छाछ डाले और पुदीने के पत्ते डाले इमली के बीज भी डाले और गेहूँ के धान के डनटल भी डाले और थोडे चने के पेड़ के पत्ते सूखे हुए ये सब डाल ले।
उस कांसे के बर्तन में जैसे कांसे की थाली से आसानी से लू उतर जाएगी। और सारी चीजे उस कांसी की थाली में डाल लें। अब जिस आदमी, बच्चे या औरत को लू लगी हो उसे लेटा दें।
लेटा कर सारे शरीर के टच करते हुए उस कांसी की थाली को सिर से पेरो तक लें जाएँ।और सात बार लू उतारे ऐसा दिन में तीन बार करने से लूँ निकल जाती हैं।और जिसे लू लगी हो उसे प्याज का रस भी पिलाएं इससे भी लू निकलती हैं।
लू लगने पर रोगी को क्या देना चाहिए - सबसे पहले मरीज को ठंडी और छायादार जगह में बिठाएं, कपड़े ढीले कर दें। पानी पिलाएं और ठंडा कपड़ा उसके शरीर पर रखें।
शरीर के तापमान को कम करने की कोशिश करें। लू लगने पर ऐसा करना सबसे जरूरी हैं। लगातार तरल पदार्थ देकर उसके शरीर में पानी की कमी न होने दें।
लू लगने पर क्या खाना चाहिए- आम पना, शिकंजी खस-खस का शरबत दही का घोल बहुत ही फायदेमंद रहता हैं। तरबूज और खरबूजा खाएँ पूरे दिन में हो सके जितना पानी पीएं और कच्चा प्याज खाएँ। इन सब चीजों से लू निकलती हैं।
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