scorpion sting

बिच्छु के डंक(scorpion-sting) मारने पर 4 घरेलू उपचार

बिच्छु के काटने (scorpion-sting)पर इलाज-

दुनियाभर में बिच्छु की लगभग एक हजार से अधिक प्रजातियां है। इनमे से सिर्फ 25 प्रजातियाँ ही खतरनाक होती है भारत में बिच्छुओ की सिर्फ 86 प्रजातियां है। बिच्छु का जहर सांप के जहर से अधिक खतरनाक होता है। लेकिन बिच्छू के डंक मारने बहुत थोड़ा सा ही ज़हर अंदर जाता है। काले बिच्छू का विष विशेषकर तंत्रिका तंत्र और दिल को प्रभावित करता है। परन्तु लाल बिच्छू अधिक ज़हरीले और जानलेवा होते हैं। भारत में लगभग सभी राज्यों में लाल बिच्छू पाये जाते है और काले बिच्छू केरल में अधिक पाये जाते है।

अप्रैल से जून तक यानि गर्मी के दिनों में बिच्छू अधिक निकलते है, क्योंकी वह गर्मी के कारण यह अपनी छिपने की जगह से बाहर आते है। गर्मियों में इनका जहर भी अधिक घातक हो जाता है। यह खेत खलियानों में या कच्चे घरों में या झोपडी आदि में अधिक रहते है। बिच्छू के डंक मारने से सबसे पहले उस जगह पर बहुत तेज़ दर्द होता है। इससे पसीना भी आ सकता है बार बार बिच्छू के डंक मारने से उस व्यक्ति में प्रतिरक्षा उत्पन्न हो जाती है। जिसके कारण दूसरी बार डंक मरने पर दर्द कम होता है।

लाल बिच्छुओं का डंक मारना अधिक दर्दनाक होने के साथ जानलेवा भी हो सकता है। इससे बहुत अधिक सूजन भी आ जाती है। लाल बिच्छु के काटने पर उल्टी आना, पसीना आना और खांसी के साथ खून आना आदि लक्षण हो सकते है। ये सब लक्षण बिच्छू के काटने के कुछ मिनट ही होते है। इसके साथ नाडी धीमी गति से चलना,ब्लडप्रेशर का कम हो जाना,छाती में दर्द होना,और मुँह में पानी आना आदि लक्षण भी हमारे तंत्रिका तन्त्र प्रभावित होने से आते है।

बिच्छु के काटने का घरेलू उपचार -

  1. बिच्छु के डंक मरने पर फिटकरी लेकर उसको एक पत्थर को अच्छे से साफ करके उस पर फिटकरी को अच्छे से घिसकर इसका लेप बनाकर जहां पर बिच्छू ने काटा है उस जगह पर इस लेप को लगाऐं और आग से थोड़ा सेकें। कैसे भी बिच्छू का जहर हो इस प्रयोग से जहर दो मिनिट में उतर जाएगा।
  2. प्याज और सेंधा नमक लेकर दोनों को बारीक पीसकर बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लगाने से जहर उतर जाता है।
  3. बिच्छु के काटने पर माचिस की पांच सात तीलियों का मसाला पानी में घिसकर डंक लगी जगह पर लगाऐं। इसे लगाने से बिच्छू का जहर तुरंत ही उतर जाता है।
  4. -बिच्छु के काटने पर sillicea 200 की एक बूंद 10-10 मिनट के अंतर में तीन बार जीभ पर रख लेनी है 10-10 मिनट पर 1-1 बूंद और लेनी है और आप देखेंगे की वो डंक अपने आप निकल कर बाहर आ जायेगा सिर्फ तीन डोज में आधे घंटे में आप रोगी को ठीक कर सकते है यह दवाई और भी बहुत काम आती है यह बहुत तेज दर्द निवारक है और जो कुछ अन्दर छूटा है उसको बाहर निकालने की दवाई है बहुत सस्ती दवाई है 5 मिली.सिर्फ 10 रूपये की आती है इससे कम से कम 50 से 100 लोगों का भला हो सकता है

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