ब्लोटिंग यानि पेट फूलने(bloating) की समस्या को करें जड़ से खत्म

ब्लोटिंग यानि पेट फूलने(bloating) की समस्या को करें जड़ से खत्म

पेट फूलने(bloating) की समस्या -

आजकल के लाइफस्टाइल में एसिडिटी, गैस बनना,पेट फूलना(bloating), अफारा जैसी समस्याएं बहुत ही आम बीमारी हो गई है। इसका मुख्य कारण है वक्त की कमी के कारण लोगों ने अपनी दिनचर्या को बुरी तरह बिगाड़ दिया है जिसका सीधा असर पेट पर पड़ता है। पेट के अंदर एक परत होती है, जिसे म्यूकोसा कहते हैं।
इसी परत में बहुत सी छोटी-छोटी ग्रन्थियां होती हैं, जो भोजन को पचाने के लिए स्टमक एसिड और पेप्सिन नामक एंजाइम को बनाती है। जहां, स्टमक एसिड भोजन को पचाने का काम करता है, वहीं पेप्सिन एंजाइम प्रोटीन का अवशोषण करता है। जब इसी परत में सूजन आ जाती है,तो पेट में गैस बनने लगती है। जिसके कारण स्टमक एसिड और पेप्सिन एंजाइम कम बनने लगते है और पेट खराब हो जाता है, जिससे पेट फूलना यानी ब्लोटिंग की समस्या उत्पन्न होती है।
आमतौर पर पेट में बनने वाली गैस के कारण ही पेट फूलने की समस्या होती है। जिससे पेट फूलने लगता है। खाना खाने के बाद हमें ऐसा महसूस होता है कि पेट फुल रहा है यह समस्या हमें तब होती है जब छोटी आंत के अन्दर गैस भर जाता है। जिससे हमें पता चलता है कि हमारे पाचन तन्त्र में गड़बड़ी हो गई है।
वैसे तो यह आम समस्या है पर इसे नजरअंदाज करने पर यह बीमारी गंभीर भी बन सकती है। पेट फूलने के बहुत से कारण हो सकते है जैसे, दिनचर्या में गड़बड़ी, हार्मोन्स में असंतुलन होना, बासी खाना खाने से, पेट में पानी या फ्लूइड का भर जाना, कब्ज रहना,अधिक समय भूखा ही रहना या एक ही जगह पर घंटों तक बैठे रहना, महिलाओं में पीरीयड्स आने पर होने वाले शारीरिक बदलाव भी पेट के फूलने की समस्या हो सकती हैं। इसके अलावा मेडिसन्स का अधिक मात्रा में सेवन करना या और भी बहुत से कारण हैं जो पेट फूलने की वजह बनते है। इससे आपके स्वास्थ्य पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है, इस समस्या से बचने के लिए सही लक्षणों को पहचानना बहुत आवश्यक है।
अधिकतर तला-भुना खाने और मसालेदार भोजन के सेवन करने से पेट फूलने की समस्या होती है। पेट फूलने की वजह से आपको दैनिक कार्यों को करने में भी अडचन आती है। पेट फूलने के कारण पेट भरा-भरा रहता है और भूख का पता नहीं चलता है और ऐसे में आप ठीक से भोजन भी नहीं कर पाते है। आयुर्वेद के अनुसार वात की विकृति के कारण भी पेट फूलता है।

पेट फूलने से बचाव के उपाय

प्रोटीन और वसा युक्त भोजन करें इससे कम मात्रा में गैस बनती है। दूध और दूध से बने उत्पादों का सेवन नहीं करें। फलों और सब्जियों का सेवन करें। कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक,चाय कॉफ़ी का सेवन न करें।
फ़ास्ट फ़ूड और स्ट्रीट फूड का सेवन नहीं करें। योग,व्यायाम, रोजाना करें। पैदल चलने की आदत डालें। बीडी सिगरेट शराब आदि का सेवन नहीं करें। रात को खाने के बाद कुछ देर जरुर टहलने जाएँ। इससे भोजन जल्दी पच जाता है। कोई भी पेय पदार्थ को गिलास से पियें पाइप लगाकर नहीं पीना है। तला-भुने, मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना है। खाने को धीरे धीरे चबाकर खाना है।

पेट फूलने का घरेलू उपचार -

निम्बू पानी - नींबू पानी पेट की हर समस्या में उपयोगी है। अगर आप पेट फूलने से परेशान है तो रोज सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पी लें। ग्रीन टी में नींबू का रस मिलाकर भी पी सकते हैं।
जीरा- एक शीशी में आप जीरा पीसकर उसमें काला नमक मिलाकर रख लें और खाना खाने के बाद आप थोडा सा यह चूरन लेकर एक-दो घूंट पानी के साथ निगल जाएँ। किसी शीशी में जीरा पीसकर और उसमें काला नमक मिलाकर रख लें। पानी ज्यादा नहीं पीना है इसलिए बस एक -दो घूंट पानी में ही लें।
एलोवेरा - एलोवेरा पेट फूलने के कारण होने वाली जलन को कम करता है एलोवेरा में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की अंदरूनी परत में आई सूजन को कम करते हैं। एलोवेरा की पत्ती लेकर उसके अंदर का गुदा निकालकर उसका जेल बनाकर पीना है
अदरक -अदरक एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जिसे पेट के विभिन्न रोगों में इस्तेमाल किया जाता है। पेट फूलने या गैस बनने पर भी इसका सेवन किया जाता है, यह पेट की सुजन को कम करता है।

⇒आपकी एक छोटी सी गलती और आपका पूरा खाना सड़ गया समझो⇐click करें

Back to blog
1 of 3