ज्यादा नमक खाने (Eat salt) से हो सकते हैं ये नुकसान जब हम नमक का अधिक सेवन करते हैं तो सोडियम का उच्च स्तर हमारे रक्तप्रवाह में प्रवेश करता हैं हमारा शरीर इस अधिक सोडियम की मात्रा को घोलने के लिए जितना संभव हो उतना पानी रखे रखता हैं,
इसका मतलब यह हैं की हमारा गुर्दा मूत्र का निर्माण कम करता हैं और उस पानी के शरीर में रहने से शरीर के विभिन्न हिस्से जैसे पैर, एड़ी, चेहरे, हाथ में हम सूजन का अनुभव करते हैं जिसे एडिमा कहा जाता हैं। इसलिए यदि किसी को बहुत अधिक पेशाब या एडिमा का नुकसान होता हैं तो संभावना हैं की आप अपने आहार में बहुत अधिक नमक का सेवन कर रहे हैं तो उच्च नमक का सेवन आपको मूत्र में कैल्शियम का स्तर बढाता हैं जिससे आपको गुर्दे की पथरी होने की संभावना महसूस हो रही हैं तो इसका मतलब हो सकता हैं की आप बहुत अधिक नमक का सेवन कर रहे हैं। नमक के ज्यादा सेवन से बढ़ता हैं (मोटापा) - उच्च नमक के सेवन से कुछ लोगों में मोटापे का खतरा बढ़ सकता हैं, कारण ज्यादा स्पष्ट नहीं हैं लेकिन एक तर्क -वितर्क की बात करें तो बहुत अधिक नमक खाने से आपको प्यास अधिक लगती हैं,इसलिए प्यास को बुझाने के लिए आप चीनी युक्त मीठे पेय का सेवन करते हैं। इस प्रकार आप जरूरत से अधिक कैलोरी का सेवन करते हैं बच्चों और किशोरों में प्रतिदिन नमक के 1 ग्राम वृद्धि से प्रतिदिन 27 ग्राम चीनी और मीठे पेय का सेवन बढ़ सकता हैं जिससे मोटापा बढ़ता हैं। अगर आप ज्यादा संसाधित पैक किए गए खाद्य पदार्थो का सेवन करते हैं या बहुत अधिक खाते हैं,तो आपके शरीर में नमक और कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती हैं। हाइपरटेंशन की समस्या - दुनिया में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या काफी तेजी से बढ़ रही हैं। रिसर्च में पाया गया हैं की नमक का सेवन कम करने से भविष्य में दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती हैं। वही अमेरिका में दिल की बिमारी मौत का प्रमुख कारण हैं, यदि हार्ट अटैक को और स्ट्रोक को रोकना हैं तो, डाईट में सही आहार कम नमक का सेवन और व्यायाम करना होगा। धुम्रपान-शराब पीने पर नियन्त्रण लगाना होगा। इसके अलावा नमक की मात्रा कम करके आप इस बिमारी से बच सकते हैं जो लोग बीपी को कंट्रोल करने के लिए नमक बदलना चाहते हैं, वो लोग साधारण सफेद (सॉल्ट) को बदलकर (सेल्टिक सॉल्ट) खा सकते हैं यह थोड़ा नम होता हैं इसमें आम नमक की तुलना में सोडियम का स्तर कम होता हैं। वे लोग जो बीपी से परेशान रहते हैं उनके लिए यह नमक काफी अच्छा हैं क्योंकि इसमें सोडियम कंटेंट काफी कम होता हैं। आयोडीन नमक कैसे बनता हैं - कई अध्ययनों में पाया गया हैं की आयोडीन युक्त नमक को कई प्रकार के हानिकारक रसायन मिलाकर तैयार किया जाता हैं,और फ्री फलों का गुण पैदा करने के लिए अतिरिक्त रूप से दो खतरनाक तत्व अधिक मात्रा में मिलाए जाते हैं जिससे नमक के प्राकृतिक स्वाद और मूल गुण में भी जबरदस्त अंतर आ जाता हैं।
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सबसे अच्छा नमक कौन सा हैं? और कौन सा नमक खाएँ?

