दोस्तों आज हम बात करेंगे पेट की सफाई (clean stomach) के बारे में कि कैसे आप अपने पेट (stomach) में जमी गंदगी को बाहर निकाल सकते है और अपना पेट को बिलकुल चकाचक (clean) कर सकते है।
यदि शौच के दौरान आपका पेट अच्छी तरह से साफ़ नहीं होता तो समझ लीजिये आपको कब्ज की बीमारी हैं और तरल पदार्थो की कमी आपके शरीर में हो रही हैं।
यदि कब्ज हो जाये तो कोई भी खुद को फ्रेश फील नहीं कर पाता हैं। एक बात ध्यान अवश्य रखिये दोस्तों कि कब्ज होने पर उसको कभी भी अनदेखा न करे नही तो इसके परिणाम काफी घातक भी हो सकते है। यह किसी भी जटिल बीमारी का रूप ले लेता हैं।
कब्ज के होते ही पेट में अनेको व्याधिया आ जाती हैं। उदाहरण के लिए, कब्ज वाले रोगी को पेट दर्द की शिकायत रहती हैं, सुबह शौच करने में परेशानी आती हैं तथा मल का शरीर से पूरी तरह ना निकलना जैसी परेशानियो से सामना करना पड़ता है।
वैसे तो कब्ज के लिए बहुत उपाय हैं पर कब्ज को जड़ से खत्म करने के लिए मात्र आर्युवैदिक उपाय ही कारगर साबित हुए हैं। इसलिए इसे ठीक करने के लिए हमे कुछ न कुछ उपाय जरुर करना चाहिए।
आयुर्वेद में कहा गया है की जिसका भी पित्त ठीक है यानि पेट साफ़ है तो उसको पित्त से सबंधित 46 रोग उसे कभी जीवन में नही होंगे। इसलिए हमें पेट को साफ़ रखना बहुत जरुरी है।
तो आइये जानते है कि पेट को साफ़ रखने के लिए हमे किन-किन चीजो का सेवन करना चाहिए और किन-किन बातो का ध्यान रखना है?
दोस्तों कब्ज का मुख्य कारण हैं शरीर में पानी और दूसरे प्रकार के तरल पदार्थो की कमी हो जाना। इन्ही तरल पदार्थो की कमी के चलते आंतो में मल सूख जाता हैं और सुबह शौच क्रिया के दौरान बल प्रयोग करना पड़ता हैं। इसके चलते कब्ज रोगी को दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं।
दलिया, खिचड़ी जैसे और तरल पदार्थो को लेने की कब्ज रोगीयो को अक्सर सलाह दी जाती हैं। इसके अलावा कब्ज के रोगी को गुनगुना पानी पीने की सलाह भी दी जाती है।
गुनगुना पानी अगर आप रोज सुबह पीते है तो आपको इसके जबरदस्त फायदे देखने को मिलेंगे। दोस्तों ये आपका पेट तो साफ़ करेगा ही साथ ही अन्य बीमारियों जैसे हाई बी पी समस्या युरीक एसिड की समस्या, शुगर समस्या, किडनी की सफाई आदि बीमारियों को धीरे धीरे जड़ से ख़तम कर देता है।
दोस्तों कब्ज होने पर या पेट में कुछ गड़बड़ होने पर भूलकर भी भारी भोजन ना करे, इस बात का विशेष ध्यान रखे। ऐसी स्तिथि में आप कुछ भी न खाए तो अच्छा होगा। लेकिन फिर भी अगर आप कुछ खाना चाहते है तो हल्का भोजन ही करे जिसमे आप खिचड़ी दलिया, सूप ले सकते है और फलो में आप पपीता का सेवन जरुर करे।
जब भी आपको कब्ज जैसी समस्या हो जाए तो आप पपीता का भरपेट सेवन कीजिये ये आपके पेट को बहुत जल्दी साफ़ करेगा और पेट में आराम देगा।
दोस्तों आयुर्वेद में बहुत सारी ऐसी ओषधिया भी है जिसके सेवन से आप अपना पेट और पेट से जुडी अन्य समस्याए बहुत ही जल्दी ख़त्म कर सकते है। वो ओषधिया कुछ तो आपको घर पर मिल जायेगी और कुछ आपको बाजार से लेनी होगी।
- पेट की सफाई और समस्त रोगों को दूर करने के लिए पहला उपाय ( त्रिफला चूर्ण )
दोस्तों यह उपाय बहुत ही अद्भुत है यह हमारे शरीर में समस्त रोगों वात, पित्त, कफ में आने वाले सारे रोगों का नाश करता है। इस चूर्ण का उल्लेख 3000 हजार साल पहले लिखे गये आयुर्वेदिक ग्रन्थ अष्टांग हृदयम में मिलता है जिसे महर्षि वाग्भट जी ने लिखा है।
उन्होंने इस चूर्ण के बारे में लिखा है कि यह चूर्ण शरीर में होने वाले समस्त रोगों का नाश करता है और जो इस चूर्ण का लगातार सेवन करता है उसको जीवन में कभी भी कोई भी रोग नही हो सकता है।
इस चूर्ण को बनाने के लिए आपको छोटी हरड 100 ग्राम, बहेड़ा 200 ग्राम और आवला 300 ग्राम ये आपको बाजार से पंसारी की दूकान से लेकर आना है और सही देख कर लाना है
क्योकि आजकल मार्केट में नकली ओषधिया भी मिलती है तो आप उनसे सावधान रहे अन्यथा लाने के बाद आप कहेंगे की ये तो काम ही नही कर रही है। इसलिए सही और ओथेन्टीक जगह से ही ये सामग्रिया ले।
इनको लाने के बाद आप इन्हें अच्छे से साफ़ कर लीजिये। पहले इनको हमामदस्ते में कूट लीजिये और फिर मिक्स्सी की सहायता से इनका पाउडर बना लीजिये। अब आपस में अच्छे से मिक्स कर लीजिये। मिक्स करके इसे कांच के बर्तन के डालकर रख लीजिये और हर शाम को खाना खाने के डेड घंटे बाद आप इसका सेवन करिए।
सेवन कैसे करना है कितनी मात्रा में करना है ये थोडा जान लेते है।
डेड चम्मच इस चूर्ण की और आधी गिलास गुनगुना पानी के साथ लेना है। आप चाहे तो पानी में मिक्स करके भी ले सकते है और या फंकी मार कर उपर से पानी की सहायता से भी ले सकते है।
पानी की जगह आप दूध का भी इस्तेमाल कर सकते है। अगर दूध का इस्तेमाल करना है तो उसमे गुड का प्रयोग कीजिये और या फीका ही लीजिये। शकर नही मिलानी है इस बात का ध्यान रखे और इसका सेवन कीजिये।
घर के सभी सदस्य जिनकी उम्र 15 से उपर है वो सब इस चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते है। यह शरीर की सारी गंदगी को बाहर निकल देगा और कब्ज तो कोसो दूर रहेगा। आप हमेशा अपने काम के प्रति एक्टिव रहेंगे और आलस्य ख़त्म हो जाएगा। शरीर में नई जान डाल देता है।
दोस्तों महर्षि बाग़भट्ट जी ने इसके और भी अद्भुत प्रयोग बताये है जो अभी हम आपको नही बता सकते है। उसके लिए हमे दूसरा लेख लिखना पड़ेगा। अगर आप चाहते है कि हम इस विषय पर और भी जानकारी आपको दे तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है।
2. पेट साफ़ करने के लिए दूसरा उपाय (गुड़ और गिलोय):- दोस्तों गुड के साथ गिलोय का बारीक़ चूर्ण बराबर मात्रा में रात को सोते समय ले लीजिये जैसे एक चम्मच गिलोय का चूर्ण तो उतनी ही मात्रा में गुड आपको लेना है। इन दोनों को या तो आपस में मिक्स कर लीजिये या पहले फांक लीजिये ओर ऊपर से गुड खा लीजिये।
यह आपकी कब्ज को एकदम ठीक करेगा। यह प्रयोग आप करेंगे और सुबह जब आप गुनगुना पानी पीकर बाथरूम जायेंगे तो आपका पेट एकदम साफ़ हो जाएगा।
3. पेट की सफाई और कब्ज को दूर करने का तीसरा उपाय:-
दोस्तों यह उपाय भी बहुत ही अद्भुत है। इस उपाय में आपको 10 ग्राम सेंधा नमक, 10 ग्राम त्रिफला तथा 10 ग्राम अजवायन इन सबको मिलाकर कूट लीजिये और एक बारीक़ चूर्ण बना लीजिये।
अब हर रोज हल्के गर्म पानी के साथ 3 से 5 ग्राम चूर्ण का सेवन कीजिये। इस चूर्ण के सेवन से आपकी पुरानी से पुरानी कब्ज भी खत्म हो जाएगी। और आपको गैस जैसी समस्या भी नही होगी। इससे भूख भी खुलकर लगती है। इसलिए इसका इस्तेमाल आप लम्बे समय तक भी कर सकते है।
दोस्तों एक बात का ध्यान रखे कि किसी भी आयुर्वेदिक दवा का इस्तेमाल 3 महीने से ज्यादा न करे। अगर ज्यादा ही जरुरी है तो आप 10 से 15 दिनों का गेप देकर वापिस शुरू कर सकते है।
तो दोस्तो आप यहाँ पर बताई गई औषधियो का सेवन कीजिये और शरीर की समस्त बीमारियों का खात्मा कीजिये।
अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इस लेख को जरुर शेयर कर दीजिये ताकि सब लोगो तक यह जानकारी पहुँच सके और वो अपना उपचार स्वयं कर सके। धन्यवाद !