शरीर में जमी गन्दगी (Body dirt) निकालने के 6 तरीके-
गंदगी हमारे शरीर के बाहर ही नही शरीर के अंदर गंदगी (Body dirt) भी होती है जिसके कारण हमें बहुत सी बिमारियों का सामना करना पड़ता है जैसे तनाव, अनिद्रा, सर्दी जुकाम, बदहजमी, मोटापा आदि बीमारियाँ होने लगती है।
अगर वक्त रहते इनका इलाज नहीं करवाया जाएँ तो यह बीमारियाँ गंभीर रूप ले सकती है। इसलिए इन सामान्य बिमारियों के लक्षण को जानकर इलाज करवाना बहुत आवश्यक है। हमारे शरीर से जहरीले पदार्थो को निकालकर शरीर को पोषण देकर आराम पहुंचाते है इसी को डिटॉक्सिफिकेशन कहते है।डिटॉक्सिफिकेशन के जरिये शरीर से जहरीले पदार्थ निकल जाते हैं और शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे किडनी, त्वचा, फेंफड़े, आंत आदि स्वस्थ रहते हैं। शरीर की सफाई के लिए आपको कुछ खाद्य पदार्थो व पेय पदार्थो का सेवन करना बहुत आवश्यक होता है। शरीर की सफाई होने से पूरा शरीर और दिमाग स्वस्थ और तरोताजा रहता है। यह मानसिक तनाव को दूर करता है और दुसरे विकारों को भी ठीक करता है नई ऊर्जा का संचार करता है शरीर को डिटोक्स करते समय आपको शराब, तली हुई चीजों, चीनी, रिफाइंड तेलों, फास्टफूड आदि का सेवन नहीं करें।ज्यादा पानी पीना और हरी सब्जियों का सेवन करना अच्छा होता है। शरीर में अधिक मात्रा में विषैले पदार्थ होने के कारण व्यक्ति तनाव में रहने लगता है तनाव बढ़ जाता है। तनाव से शरीर की क्रियाए व दिमाग दोनों प्रभावित होते हैं। तनाव के कारण शरीर में जहरीले तत्वों का जमाव और बढ़ जाता है इन जहरीले तत्वों का भारी मात्रा में इकट्ठा होना और तनाव का बना रहना ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कहलाता है। वजन बढ़ना भी शरीर में विषैले तत्वों के जमा होने का संकेत है। ऐसे लोग जो खाना अधिक मात्रा में खाते है ये लोग जितनी कैलोरी का खाना खाते है उतनी कैलोरी खर्च नहीं करते है इसी आदत के कारण लोग इस समस्या से अधिक पीडि़त हैं। जिसके परिणाम स्वरूप शरीर कैलोरी को फैट में बदलकर मोटापा बढ़ाता है। पेट में गैस, अपच, डकारे, जलन, दर्द, उल्टी-दस्त आदि लक्षण बताते हैं कि शरीर में जो अपशिष्ट बन रहा है, वह बाहर नहीं निकल रहा है। इसी कारण शरीर की सफाई व्यवस्था बिगड़ चुकी है। विषैले पदार्थ शरीर की क्रियाओं को अवरोधित करते हैं।