एसिड रिफ्लेक्स (Acid reflex) होने पर करे यह बेहतरीन उपाय अक्सर लोगों को खाना खाने के बाद सीने में जलन की समस्या होती है। आमतौर पर सीने में जलन के कारण लोगों को काफी दिक्कत होती है।
सीने में जलन होना एसिड रिफ्लक्स का एक सामान्य लक्षण होता है। यह एक ऐसी स्थिति होती हैं, जिसमें पेट में किया हुआ भोजन एक दबाव के द्वारा वापस गले में आने की कोशिश करता है, जिसकी वजह से सीने के निचले हिस्से में जलन होने लगती है। जलन इसलिए होती है, क्योंकि भोजन पचाने वाले पाचक रस (एसिड) डकार के साथ भोजन नली में आ जाता है इसोफेगस (आहार नली) एक तरह की नली है, जो खाने को मुंह से पेट तक लेकर जाती है। सीने में जलन के साथ अक्सर गले या मुंह में एक कड़वा स्वाद भी महसूस होता है। अधिक खाना खाने से या खाना खाते ही लेट जाने से इसके लक्षण और ज्यादा बढ़ सकते हैं। इसके कारण लोग दिनभर परेशान रहते है इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि लोगों को भोजन की जानकारी ही नहीं है किस तरह भोजन किया जाता है या कितना करना चाहिए अगर लोग भोजन करने का रहस्य जान जाए तो हम हमेशा के लिए एसिड रिफ्लक्स की समस्या से बच सकते है। जब भी भोजन करने बैठे इस बात का ध्यान जरुर रखना है कि खाना हमको तब तक ही खाना है जब तक पहली बार डकार आए जिसे तृप्ति डकार भी कहते है। आमाशय हमें संकेत देता है कि अब पेट भर गया है और अब और नहीं खाना है परन्तु लोग फिर भी खाना बंद नहीं करते है और खाते रहते है पर जब आमाशय पूरा भर जाता है। तो पाचक रसों को भोजन को पचाने के लिए जगह ही नहीं बचती है तो यह एसिड आहार नली में आकर रुक जाता है। जिससे हमें दिनभर खट्टी डकारो के साथ भोजन आहार नली में आ जाता है पेट में जलन रहती है इसी को हम एसिड रिफ्लक्स कहते है। इसके अलावा अन्य वजह जिससे एसिड रिफ्लक्स होता है जैसे धूम्रपान अधिक करना, ज्यादा वजन या मोटापा अधिक होना, कैफीन युक्त पेय पदार्थो का अधिक सेवन, चॉकलेट खाना, खट्टे फल, टमाटर से बने उत्पाद (सॉस आदि), वसा युक्त खाद्य पदार्थ, शराब,एल्कोहल का सेवन, मसालेदार भोजन खाना, खाने के तुरंत बाद लेट जाना आदि के कारण एसिड रिफ्लक्स हो जाएगा। बहुत से लोगों को सीने में जलन की वजह गैस बनना ही लगती है। असल में हम जो खाना खाते हैं, उसका सही तरह से पचना बहुत आवश्यक है। जब पाचन की प्रक्रिया में हमारा पेट एक ऐसे एसिड को बनाता है जो खाने को पचाने में मदद करता है। लेकिन कई बार यह एसिड हमारे शरीर में अधिक बनने लगता है। जिसके बाद सीने में जलन महसूस होने लगती है, इससे लोग काफी परेशान हो जाते हैं। आप इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। लेकिन उससे पहले आपको ये जानना बहुत आवश्यक होता है कि आपकी सीने में होने वाली जलन का कारण एसिड ही है या नहीं। क्योंकि एसिड रिफ्लक्स में सीने जलन के साथ खाया हुआ भोजन डकार के साथ बार-बार गले में आ जाता है। आजकल लोग भोजन को लेकर इतने लापरवाह हो गये है कि उनको पता ही नहीं है वो क्या खा रहे है उन्हें सिर्फ पेट भरने से मतलब है और इन्ही गलत आदतों के कारण लोगो को पेट से सम्बन्धित बीमारियाँ हो जाती है और फिर डॉक्टरों के पास जाकर दवाइयाँ लेते रहते है पर कभी भी यह जानने की कोशिश नहीं करते है कि उन्हें जो बीमारी हो रही है उसका कारण क्या है कारण जाने बिना ही दवाइयों में पैसा लगाते रहते है अब उन्हें इस बात को समझना बहुत आवश्यक है कि किसी भी बीमारी का इलाज तभी हो सकता है जब उसकी जड़ तक जाये। उदाहरण के लिए जिस प्रकार एक पेड़ की टहनियों को काटने पर वह फिर से हरा हो जाता है ठीक उसी प्रकार दवाइयाँ लेने पर रोग तो ठीक हो जाता है पर वह थोड़े दिनों बाद वापस हो जाता है। अगर हम उसी पेड़ की जड़ो को काट दें तो वह फिर हरा नहीं हो सकता उसी प्रकार प्रकार हम जब तक बीमारी के मुख्य कारण को नहीं जानकर उसका इलाज नहीं कर लेते तब तक बीमारी ठीक नहीं हो सकती है इसलिए बीमारी के मुख्य कारण का इलाज करें तभी रोग जड़ से ठीक होगा। एसिड रिफ्लक्स की दवाई डॉक्टर सबसे पहले एंटासिड देते हैं। एंटासिड पेट के और फूड पाइप के एसिड को न्यूट्रल कर देता है। एंटासिड पेट और फूड पाइप के बीच बाधा बन जाता है। और इन दवाओं का असर तब तक रहता है, जब तक इनका इस्तेमाल करते हैं। इसलिए एसिड रिफ्लक्स की समस्या में लाइफस्टाइल में बदलाव ही पहला इलाज है।
एसिड रिफ्लक्स के लक्षण- सीने में जलन और दर्द होना, पेट फूलना,पेट के उपरी हिस्से में दर्द होना,जी घबराना, कभी-कभी सीने में दर्द,चक्कर आना और और कई बार रोगी को दर्द के कारण ऐसा लगता है कि हार्ट अटैक आने वाला है लेकिन जाँच में पता चलता है की एसिड रिफ्लक्स की समस्या है।
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एसिड रिफ्लक्स से बचाव के उपाय-
- बीडी,सिगरेट आदि अभी धूम्रपानों का सेवन नहीं करें।
- अपने वजन या मोटापा को नियन्त्रण में रखना।
- चाय,कॉफ़ी व अन्य कैफीन युक्त पेय का सेवन नहीं करें।
- चॉकलेट,जंक फ़ूड,ब्रेड आदि का सेवन नहीं करें।
- एसिड रिफ्लक्स होने पर खट्टे फल, टमाटर से बने उत्पाद सॉस आदि का सेवन नहीं करें।
- अत्यधिक वसा युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन नहीं करें।
- शराब, एल्कोहल का सेवन नहीं करें।
- मसालेदार, तैलीय व गरिष्ट भोजन का सेवन नहीं करें।
- खाना खाने के तुरंत बाद लेटना नहीं चाहिए। और सबसे जरूरी बात अधिक मात्रा में भोजन नहीं करें। क्योकि इससे सबसे अधिक एसिड रिफ्लक्स होता है
घरेलू उपचार - - अदरक का काढ़ा बनाकर उसमे शहद मिलाकर इसका सेवन करने से एसिड रिफ्लक्स की समस्या में आराम मिलता है।
- एलोवेरा की ताजा पत्ती लेकर उसको छीलकर उसकी गिरी निकाल ले और फिर उसका जूस बना कर पीने से यह पेट को ठंडक पहुँचाने का काम करता है। और एसिड रिफ्लक्स की समस्या को भी ठीक करता है।
- खाना खाने से पहले पानी में सेब का सिरका मिलाकर पियें।यह पाचन तन्त्र के लिए बहुत ही लाभदायक है और एसिड रिफ्लक्स की समस्या को भी कम करता है।
- ठंडा दूध या बादाम का दूध भी एसिड रिफ्लक्स को कम करता है।
- मेथी एक नेचुरल एंटी-एसिड है, जो पेट में बनने वाले एसिड को जड़ से खत्म करती है। जब भी आपको एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो तो, इसे अधिक से अधिक अपने आहार में शामिल करें। एसिड रिफ्लक्स होने पर मेथी के 10-15 दानों को दवाई की तरह खाएं फिर पानी पी लें। समस्या दूर होगी।
- सौंफ, आंवला व गुलाब के फूलों को बराबर हिस्से में लेकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को आधा-आधा चम्मच सुबह-शाम लेने से भी इस समस्या में लाभ होता है। अदरक और परवल को मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से भी फायदा होता है।
- एसिड रिफ्लक्स की समस्या में कच्ची सौंफ चबाने से फायदा होता है। सुबह के समय खाली पेट गुनगुना पानी पीने से एसिड रिफ्लक्स में राहत मिलती है। नारियल पानी पीने से भी इससे छुटकारा मिलता है।
- एक सादे पानी के गिलास में काली मिर्च और मिश्री मिलाकर पिने से एसिड रिफ्लक्स ठीक होता है।
- जीरा एसिड रिफ्लक्स में बहुत ही लाभदायक है कितनी भी भयंकर से भयंकर एसिड रिफ्लक्स हो तो आपको जीरा कच्चा ही चबा चबा कर खाना हैं। एसिड रिफ्लक्स के हिसाब से आधे से एक चम्मच (ढाई से पांच ग्राम) जीरा खाए। इसके 10 मिनट बाद गुनगुना पानी पी ले। आप देखेंगे के आपकी समस्या ऐसे गायब हो गयी है।