स्मरण शक्ति बढ़ाने (Increase memory)के तरीके-
अधिकतर लोग यह सोचते हैं कि हमारी स्मृति स्थिर और अपरिवर्तनीय है यानि इसमें कोई परिवर्तन नहीं हो सकता है। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। कुछ तकनीकों के जरिए स्मृति और मस्तिष्क के काम करने की क्षमता को जबरदस्त तरीके से बढ़ाया जा सकता है। सामान्यत: लगभग सभी लोग अपने अपने मस्तिष्क का 12 प्रतिशत ही इस्तेमाल करते हैं। अब आपको लग रहा होगा कि लोग अपने दिमाग का 12 प्रतिशत ही क्यों इस्तेमाल कर पा रहे हैं ? इसकी वजह क्या है। दरअसल, मस्तिष्क के दाए और बाए हिस्से के बीच आवश्यक सामंजस्य बैठाने का कोई सुनियोजित तरीका हमारे पास नहीं है। जब तक आप उन दोनों हिस्सों को सही तरीके से जोड़ेंगे नहीं, तब तक पूरा मस्तिष्क काम नहीं करेगा। हमारे शरीर में न्यूरॉन नाम की एक चीज होती है, ये न्यूरॉन लगातार एक खास दिशा में काम कर रहे हैं। आप इन्हें जोड़ सकते हैं और अलग भी कर सकते हैं। मस्तिष्क के दाए और बाए हिस्सों के बीच सामंजस्य बैठाने का एक सबसे बढिया तरीका यह है कि अगर कोई इंसान अपने स्थूल शरीर को शांत और स्थिर रख सकता है, तो शरीर की निश्चलता की इस स्थिति में मस्तिष्क एक बड़े स्तर पर जुड़ जाता है। प्राचीन काल में हमारे देश में मस्तिष्क की स्मरण शक्ति को प्रशिक्षित करने की विस्तृत और परिष्कृत प्रणाली थी। एक पूरा तरीका था जिससे मस्तिष्क की स्मृति को पूरी तीव्रता और गहराई के साथ कैसे जोड़ा जाए यह पता चलता था, और आज के वैज्ञानिक शोध भी इधर-उधर घूमकर वापस हमारी पुरानी पद्धति और उन तरीकों पर ही आ जाते हैं, जो हमने मस्तिष्क क्षमता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए हैं। अच्छी बात यह है कि वैज्ञानिको ने भी यही माना है कि शरीर को स्थिर और शांत करके ही मस्तिष्क की शक्ति को सबसे अधिक बढ़ाया जा सकता है।
स्मरण शक्ति बढाने के तरीका -
कहने का मतलब यह है कि अगर हम अपने अंदर की परिस्थितियों को सही ढंग से संभाल लें तो हम अपनी स्मृति पॉवर को बहुत अधिक बढ़ा सकते हैं। इसकी शुरूआत करने का सबसे सरल तरीका यही है कि आपको स्थिर रहना सीखना होगा। अगर आप किसी जगह शांत और स्थिर होकर बैठना सीख जाते है यह आपके लिए इस दिशा में एक अच्छा कदम होगा यह आप किसी कक्ष में भी कर सकते है। बस शांत और स्थिर बैठे रहिए। कुछ दिनों बाद आपको लगेगा कि आपकी याद रखने की शक्ति और चीजों को ग्रहण करने की क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है इसके अलावा कुछ खास तरह के अभ्यास कर सकते है, जिनके माध्यम से इस स्थिरता को आप अपने भीतर उतार सकते है
स्मृतिशक्ति वर्धक प्रयोग-
1. 7 बादाम और 2 कालीमिर्च को पानी में पीसकर प्रतिदिन पीने से दिमागी ताकत व यादाश्त बढ़ती है।
2. सौंफ का चूर्ण में मिश्री को पीसकर मिलाकर खाने से स्मरण शक्ति तेज होती है।
3. मक्खन, घी, जौ, शहद, तिल से बनी चीजों के सेवन से स्मरण शक्ति बढ़ जाती है।
4. आम की मंजरी (बौर) को शहद में डुबोकर कुछ दिनों तक धूप में रखते रहें। जब वह अच्छी तरह से घुल या गल जाय तो प्रतिदिन दो चम्मच की मात्रा में खाकर ऊपर से गाय का दूध पीने से स्मरण शक्ति में जबरदस्त वृद्धि होती है।
5. खरबूजे के बीजों की बर्फी बनाकर रोजाना एक बर्फी दूध के साथ खाते रहने से भी लाभ होता है।
6. सर्दियों में चार-पाँच खजूर दूध के साथ खाने से स्मरणशक्ति तेज होती है। खजूर के स्थान पर छुहारा भी लिया जा सकता है।
7. अनार के लाल-लाल दानों को नियमित रूप से खाते रहने से स्मरण शक्ति तेज होती है।
8. गर्मी के दिनों में पके पेठे की सब्जी खाने से स्मरण शक्ति में कमी नहीं आती है।
9. गुलकंद खाने से भी स्मरण शक्ति को बल मिलता है।
10. 2 ग्राम मुलहठी का चूर्ण गाय के दूध में मिलाकर कुछ दिनों तक नियमित रूप से पीते रहने से मस्तिष्क की कमजोरी दूर होकर स्मरण शक्ति बढती है।
11. अनार, पपीता एवं संतरे के रस को बराबर मात्रा में लेकर पीते रहने से स्मरण शक्ति तेज होती है।